Principal’s Message

  प्रिय विद्यार्थियों,

        आपने उच्चशिक्षा प्राप्त करने हेतु इसअंचल के उत्कृष्ट उच्चशिक्षा संस्थान-सी.एम.दुबे स्नातकेात्तर महाविद्यालय, बिलासपुर  का चयन किया है। एक श्रेष्ठ शिक्षा संस्थान में प्रविष्ट होनाऔर अध्ययन करना स्वयं में एक उपलब्धि होती है। सन् 1956 से सुप्रसिद्ध समाजसेवी स्व.पं. द्वारिकाप्रसाददुबे के द्वारा स्थापित यह महाविद्यालय, शासी निकाय के यशस्वी अध्यक्षों- स्व.पं. द्वारिकाप्रसाददुबे एवं स्व.पं. भागवतप्रसाददुबे के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए एक विशिष्ट उच्चशिक्षा संस्थान बन चुका है तथा नैक ने इसेग्रेड दिया है तथा विश्वविद्यालय अनुदानआयोग ने ‘‘उत्कृष्ठता की सभावना वाला महाविद्यालय’’ घोषित कियाहै।

             वर्तमान में यह महाविद्यालय शासी-निकाय के युवा, कर्मण और कल्पनाशील अध्यक्ष पं. संजय दुबे के नेतृत्व में चहुँमुखी  विकास कीओरअग्रसर हो रहा है। विभिन्न विभागों के सुयोग्य प्राध्यापकों के द्वारा महाविद्यालय में विभिन्न विषयों का गुणवत्तापूर्ण अध्यापन किया जाता है।महाविद्यालय का क्रीड़ा विभाग उत्कृष्ट खेलप्रतिभाओं के निर्माण में संलग्न है। एन.सी.सी., एन.एस.एस. तथा रेडक्रास की महाविद्यालयीन इकाईयाँ विद्यार्थियों में लक्ष्य केन्द्रित व्यक्तित्व, रोजगार योग्य व्यक्तित्वनिर्माण के लिये तथा समाजसेवा के गुणों के विकास के लिये निरंत कार्य करती रहतीहै।

                वर्तमान सत्र में महाविद्यालय में राष्ट्रीय विश्वविद्यालय छात्र कौशल विकास कार्यक्रम के तहत विभिन्न वोकेशनल पाठ्यक्रम के साथ ही इन पाठ्यक्रमों मे प्रवेश लेकर सर्टिफिकेट, डिप्लोमा तथा पी.जी. डिप्लोमा प्रमाणपत्र प्राप्त कर महाविद्यालय के प्लेसमेंटसेल के माध्यम से नौकरी प्राप्त कर सकते है या अपना स्वयं का व्यवसाय प्रारंभ कर सकते है। मुझे आशाही नही पूर्ण विश्वास है किआप अब इस महाविद्यालय के अनुशासित वातावरण और सुविकसित अद्योसंरचना का लाभ उठाते हुये अपने व्यक्तित्व का संपूर्ण विकास कर सकेंगे।

                                                                                                                              डॉ. संजय सिंह